Few songs are favourite of papa and we often sing when we
are together . Morning time is the best time we spend together and today as
well after back from walk and B'fast , papa was on his music synthesizer .
I still remember the time we used to spend on weekends . It
was all about music and spending time together .
Maa and papa used to sing together and few songs were common
almost every weekend . They are still there , its just that some times I am
with papa to give him company .
Only people who are capable of loving strongly can also
suffer great sorrow, but this same necessity of loving serves to counteract
their grief and heals them
Today we sang this song
हम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्ही के कूचे में
हम आज गुनहगारों की तरह
दावा था जिन्हें हमदर्दी का
खुद आके न पूछा हाल कभी
महफ़िल में बुलाया है हम पे
हँसने को सितमगारों की तरह
खुद आके न पूछा हाल कभी
महफ़िल में बुलाया है हम पे
हँसने को सितमगारों की तरह
बरसों से सुलगते तन मन पर
अश्कों के तो छींटे दे ना सके
तपते हुए दिल के ज़ख्मों पर
बरसे भी तो अंगारों की तरह
अश्कों के तो छींटे दे ना सके
तपते हुए दिल के ज़ख्मों पर
बरसे भी तो अंगारों की तरह
सौ रुप धरे जीने के लिये
बैठे हैं हज़ारों ज़हर पिये
ठोकर ना लगाना हम खुद हैं
गिरती हुई दीवारों की तरह
बैठे हैं हज़ारों ज़हर पिये
ठोकर ना लगाना हम खुद हैं
गिरती हुई दीवारों की तरह
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